Breastfeeding Pump Side Effects | Breast Milk Pump Side Effects | ब्रेस्ट फीडिंग पंप के नुकसान

2023-04-12 67

जन्‍म के बाद बच्‍चें की छह महीनें तक खुराक सिर्फ मां का दूध होता है। मां के दूध से ही बच्‍चों को न्‍यूट्रिशियन मिलता है। एक मां की सबसे बड़ी जिम्‍मेदारी होती है क‍ि वो बच्चे को समय-समय पर स्तनपान कराएं ताक‍ि बच्‍चा भूखा नहीं रहें और उसे खुराक के साथ भरपूर पोषण भी मिलें। वहीं, कुछ महिलाओं के लिए ऐसी परिस्थिति बन जाती है कि उनके लिए स्तनपान करना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में कई माएं ब्रेस्ट मिल्क पंप का सहारा लेती है, वर्किंग मदर हो या ट्रेवलिंग करने की स्थिति में अक्‍सर मांए बच्‍चों के ल‍िए ब्रेस्‍ट मिल्‍क पंप पर निर्भर करती हैं लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी क‍ि ब्रेस्‍ट मिल्‍क पंप का ज्‍यादा इस्‍तेमाल करने के कुछ साइडइफेक्‍ट्स हैं।

After birth, the diet of children for six months is only mother's milk. Children get nutrition from mother's milk only. The biggest responsibility of a mother is to breastfeed the child from time to time so that the child does not remain hungry and gets plenty of nutrition along with the dose. At the same time, for some women such a situation arises that it becomes difficult for them to breastfeed. In such a situation, many mothers resort to breast milk pumps, working mothers or traveling often depend on breast milk pumps for children, but you will be surprised to know that there are some side effects of using breast milk pumps more. .

#BreastfeedingPumpSideEffects
~PR.111~ED.117~HT.98~